JEE में 360 में से 298 अंक, हर दिन 12-13 घंटे की पढ़ाई, अब करती हैं ये काम

Khabar Desh
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Last Updated:May 29, 2025, 11:09 IST

IIT JEE Success Story: समर्पण, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ किसी भी काम को किया जाए, तो उसमें सफलता जरूर मिलती है. इस तरह एक लड़की ने जेईई की परीक्षा में 56वां रैंक हासिल की हैं.

JEE में 360 में से 298 अंक, हर दिन 12-13 घंटे की पढ़ाई, अब करती हैं ये काम

IIT JEE Success Story: जेईई एडवांस्ड में 56वीं रैंक हासिल की हैं.

हाइलाइट्स

  • JEE में 360 में से 298 अंक प्राप्त किए हैं.
  • JEE एडवांस्ड में 56वीं रैंक हासिल की.
  • अब यह काम कर रही हैं.

JEE Success Story: अगर कुछ करने की ठान लो और समर्पण, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ उस दिशा में काम किया जाए, तो उसे पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है. फिर देश की कठिन परीक्षाओं में शुमार जेईई एडवांस्ड की परीक्षा ही क्यों नहीं, उसे भी पास कर लिया जाता है. ऐसी ही कहानी नायकांती नागा भव्या श्री (Naga Bhavya Sree Nayakanti) की है, जिन्होंने कक्षा 8वीं में ठाना और JEE एडवांस्ड की परीक्षा में 56वां रैंक हासिल की. इसके साथ ही वह महिला वर्ग में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर सबको चौंका दिया. उन्होंने कुल 360 में से 298 अंक प्राप्त किए, जो एक बड़ी उपलब्धि है.

JEE में हासिल की 360 में से 298 में अंक

जेईई एडवांस्ड 2023 की परीक्षा में 360 में से 298 में अंक लाने वाली भव्या की यह सफलता उनके समर्पण, मेहनत और आत्मविश्वास का परिणाम है. भव्या श्री बताती हैं कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम उनके सबसे बड़े प्रेरणास्त्रोत हैं. उनके भाषणों ने भव्या को न केवल आत्मबल दिया, बल्कि अपने डर का सामना करना भी सिखाया. यही वजह है कि वे आज भी उनके विचारों को जीवन में अपनाती हैं.

कक्षा 8वीं से IIT में पढ़ाई करने का था सपना

जेईई की परीक्षा में 56वीं रैंक हासिल करने वाली भव्या आठवीं कक्षा में थीं, तभी उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें IIT में जाना है. उनके इस फैसले से उनके माता-पिता ने उनका पूरा साथ दिया है. भव्या के माता-पिता भी खुद गणित और फिजिक्स के शिक्षक हैं. उनके पिता ने उन्हें पढ़ाई के लिए हैदराबाद भेजने का निर्णय लिया, जो उनके जीवन का एक बड़ा मोड़ साबित हुआ. भव्या हैदराबाद के HITEC सिटी में स्थित नारायण जूनियर कॉलेज से स्कूलिंग की हैं.

रोजना की 12-13 घंटे की पढ़ाई

भव्या का कक्षा 8वीं से आईआईटी में जाने का सपना था. इस सपने को पूरा करने के लिए वह हर दिन लगभग 12 से 13 घंटे की पढ़ाई करती थीं. उनका मानना है कि परीक्षा की सफलता में 70% तैयारी और 30% आत्मसंयम की भूमिका होती है. भव्या का पसंदीदा विषय गणित है और उन्होंने बताया कि गणित उनकी सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने कभी भी अपनी असफलताओं से हार नहीं मानी, बल्कि उनसे सीख लेकर आगे बढ़ती रहीं. उनका फोकस हमेशा अपनी कमजोरियों को पहचानकर सुधार करने पर रहा है.

यहां से कर रही हैं बीटेक की पढ़ाई

जेईई एडवांस्ड की परीक्षा को पास करके भव्या ने IIT Bombay में दाखिला लिया है. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार फिलहाल अभी वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई कर रही हैं. इसके साथ ही वह माइक्रोसॉफ्ट में एक्सप्लोरर इंटर्न के तौर पर काम कर रही हैं. भव्या आगे चलकर विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं.

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authorimgMunna Kumar

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin…और पढ़ें

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin… और पढ़ें

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