पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आगामी एशिया कप टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मुकाबले को लेकर भारतीय टीम से उस मैच का बहिष्कार करने की मांग की है। हरभजन सिंह ने कहा कि खून-पानी एक साथ नहीं बह सकते हैं और एक खेल देश से बड़ा नहीं हो सकता।
हरभजन सिंह ने कहा,
“उन्हें (भारतीय टीम को) यह समझना होगा कि क्या ज़रूरी है और क्या नहीं। बात इतनी ही सीधी है। मेरे लिए, वो जवान जो बॉर्डर पर खड़ा है, जिसकी फैमिली कई बार उसे देख नहीं पाती, जो अपनी जान कुर्बान कर देता है और वापस घर नहीं लौटता — उनका बलिदान हमारे लिए बहुत बड़ा है। इसके सामने यह बहुत छोटी सी बात है कि हम एक क्रिकेट मैच न खेलें।”
हरभजन सिंह वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में इंडिया चैंपियंस टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने पाकिस्तान चैंपियंस टीम के खिलाफ खेलने से मना कर दिया था। दोनों टीमों को सेमीफाइनल में भिड़ना था लेकिन कप्तान युवराज सिंह, शिखर धवन और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम ने पाकिस्तान को वॉक ओवर दे दिया था और पाकिस्तान को फाइनल में जाने का मौका मिला, जहां वे साउथ अफ्रीका से हार गए थे। इससे पहले ग्रुप स्टेज में भी भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार किया था।
खून-पानी एक साथ नहीं
द टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा,”हमारी सरकार का भी यही रुख है — ‘खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।’ ऐसा नहीं हो सकता कि बॉर्डर पर लड़ाई चल रही हो, दोनों देशों के बीच तनाव हो और हम पाकिस्तान से क्रिकेट खेले। जब तक ये बड़े मुद्दे हल नहीं होते, तब तक क्रिकेट बहुत छोटी चीज़ है। देश सबसे पहले आता है।”
हरभजन ने यह भी कहा, “हमारी सरहद पर हमारे भाई खड़े हुए हैं, जो हमें और हमारे देश को सुरक्षा दे रहे हैं — उनके हौसले देखिए, वो कितना बड़ा दिल लेकर वहां पर खड़े हैं। और उनके परिवार पर क्या बीतती है जब वो वापस घर नहीं आते। और हम क्रिकेट खेलने चले जाते हैं।”
14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान
एशिया कप की शुरुआत 9 सितंबर से यूएई में होने वाली है। भारत और पाकिस्तान 14 सितंबर को मैच खेलने वाले हैं। इस बार टूर्नामेंट मेें 8 टीमें खेलेंगी। भारत और पाकिस्तान ग्रुप ए में शामिल हैं। दोनों टीम टूर्नामेंट फाइनल सहित 3 बार भिड़ सकती हैं। यह एशिया कप टी-20 फार्मेंट में खेला जाएगा।