संसद के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर जोरदार बहस देखने को मिली। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कितने राफेल लड़ाकू विमान मार गिराए गए।
गौरव गोगोई ने कहा, “भारत के पास केवल 35 राफेल विमान हैं। अगर इनमें से कुछ मार गिराए गए हैं तो यह बहुत बड़ी क्षति है।”
गोगोई का यह बयान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान के उस इंटरव्यू के संदर्भ में था जिसमें उन्होंने कहा था कि ऑपरेशन के शुरुआती चरण में भारत को कुछ हवाई नुकसान उठाना पड़ा, हालांकि उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया था।
कांग्रेस नेता ने सरकार की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए कहा, “देश जानना चाहता है — पहलगाम हमले को 100 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक आतंकियों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया गया है।”
उन्होंने यह भी पूछा कि सरकार को यह साफ करना चाहिए कि उस सैन्य अभियान में भारत को कितना नुकसान हुआ है। गोगोई ने सदन में कहा, “हम आज राजनाथ सिंह जी से जानना चाहते हैं कि हमारे कितने फाइटर जेट्स गिराए गए। यह सिर्फ जनता को नहीं, हमारे जवानों को भी बताना जरूरी है, क्योंकि उनके साथ भी सच्चाई नहीं साझा की जा रही है।”
इस मुद्दे को लेकर सदन में विपक्ष और सरकार के बीच जोरदार बहस देखी गई। विपक्ष ने सरकार से पारदर्शिता की मांग करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी पर देश को अंधेरे में नहीं रखा जा सकता।
रिजल्ट मैटर करता है, विपक्ष सही सवाल पूछे- राजनाथ सिंह
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में सभी का स्वागत करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की बधाई दी। उन्होंने कहा, “विपक्ष सही सवाल पूछे। जब 1962 में चीन से युद्ध हुआ तो हमने ये नहीं पूछा कि हमारे कितने टैंक खत्म हो गए बल्कि हमने यह निश्चित किया कि देश की संप्रभुता में आंच तो नहीं आई, देश की जमीन पर दुश्मन ने कब्जा तो नहीं किया। विपक्ष आज यह पूछ रहा है कि हमारे कितने विमान गिरें, बल्कि उन्हें पूछना चाहिए कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमने आतंकी अड्डे तबाह किए कि नहीं। हमने पाकिस्तान को सबक सिखाया कि नहीं। मैं विपक्ष सहित पूरे देश को बताना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर सफल हुआ है। हमने पाकिस्तान के कई आतंकी अड्डे तबाह किए हैं।हमारे जवानों को कोई क्षति नहीं हुई है।
टेररिज्म और टॉक एक साथ नहीं- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ कई बार दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए शांति स्थापित करने की कोशिश की। लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से मजबूूर था और इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने बालाकोट एयरस्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर कर शांति स्थापित करने का दूसरा रास्ता चुना है। बात-चीत केवल दो लोकतांत्रिक देशों के बीच होती है, लेकिन ऐसा देश जिसके वजूद में लोकतंत्र का एक कतरा भी न हो, उसके साथ संवाद नहीं किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद और संवाद एक साथ नहीं चल सकते हैं।