सोमवार को भी लोकसभा में हंगामा जारी रहा। विपक्ष के कथित वोट चोरी हंगामे से पहले राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक, 2025 और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025 सोमवार को लोकसभा में पारित हो गए। इसके बाद पीठासीन अध्यक्ष संध्या राय ने सदन की कार्यवाही को शाम 4 बजे तक स्थगित कर दिया। इसी बीच, बिहार में मतदाता सूची संशोधन और ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग कार्यालय की ओर मार्च कर रहे विपक्षी सांसदों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने कहा कि प्रोस्टेट करने के लिए आज्ञा नहीं ली गई थी।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान 30 से अधिक सांसद, जिनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, शिवसेना (उद्धव) के संजय राउत और टीएमसी की सागरिका घोष शामिल थीं, इन सभी को हिरासत में लिया गया और उन्हें संसद मार्ग थाना ले जाया गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग ने केवल 30 सांसदों को अपने परिसर में प्रवेश की अनुमति दी थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों की संख्या इससे कहीं अधिक थी। इसके अलावा, इस मार्च के लिए किसी ने पूर्व अनुमति नहीं ली थी, इसलिए कार्रवाई की गई।
संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा, वोट चोरी को लेकर जो तथ्य मेरे पास हैं , ये वही डेटा है, जो चुनाव आयोग का है। मैं क्यों कोई हलफनामा भरूं? वह डेटा उनकी ही वेबसाइट पर डाल दें, सारा सच सामने आ जाएगा। यह सब ध्यान भटकाने की कोशिश है।”
उन्होंने दावा किया कि “बेंगलुरु सेंट्रल” ही नहीं, देश के कई अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी वोटिंग में गड़बड़ी हुई है।
300 सांसदों को EC से मिलने नहीं दिया गया
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों के 300 सांसद चुनाव आयोग से मिलने के लिए निकले थे, लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया।
“हिंदुस्तान की डेमोक्रेसी की हालत देखिए! 300 सांसद एक दस्तावेज़ सौंपना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। चुनाव आयोग डर गया कि अगर इतने सांसद आ गए तो उसकी सच्चाई सामने न आ जाए!”
प्रदर्शन के दौरान अफरा-तफरी, कई नेता हिरासत में
इससे पहले INDIA गठबंधन के विरोध मार्च के दौरान संसद के पास दिल्ली पुलिस ने भारी अवरोध लगाया। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। अखिलेश यादव का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे बैरिकेड पार करते दिखे। ये सभी नेता इलेक्शन कमीशन कार्यालय की ओर जा रहे थे।
यह विरोध मार्च, चुनाव आयोग द्वारा बिहार में विशेष मतदाता सूची संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) और 2024 लोकसभा चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ आयोजित किया गया था। राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह एक लाइवकास्ट और प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनावों में “वोट चोरी” का आरोप लगाते हुए एक प्रेजेनटेशन दिया था।