कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी के कुछ ही घंटों बाद ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से जवाबी प्रहार किया है। उनके द्वारा साझा किए गए एक सांकेतिक पोस्ट में एक पक्षी की तस्वीर थी, जिसके साथ कैप्शन लिखा था:
“उड़ने के लिए किसी की इजाजत के मोहताज नहीं हो। पंख तुम्हारे हैं और आसमान सभी के लिए खुला है”
थरूर ने इस पोस्ट में किसी का नाम या किसी पर खुलकर कटाक्ष नहीं किया, लेकिन बुधवार को कांग्रेस पार्टी में जो भी आंतरिक गतिविधियां हुई, उनसे यहीं प्रकट होता है कि थरूर की यह पोस्ट उनके पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा दिए गए एक बयान के विरोध में थी।

हमारे लिए देश पहले, मोदी बाद में- खड़गे
थरूर के जवाबी पोस्ट के कुछ ही घंटों पहले AICC मुख्यालय में बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान जब खड़गे से अखबार द हिन्दू में छपे थरूर द्वारा लिखित एक लेख के बारे में पूछा गया तो, उन्होंने मजाकिया अंदाज में जवाब देते हुए कहा, ” कांग्रेस ‘देश पहले’ के मंत्र में विश्वास करती है, लेकिन ‘कुछ लोगों’ के लिए यह ‘मोदी पहले, देश बाद में’ हो गया है। मैं अंग्रेजी अच्छी तरह नहीं पढ़ पाता। उनकी (थरूर की) भाषा बहुत अच्छी है, इसलिए उन्हें कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया है। ऑपरेशन सिंदूर के समय विपक्ष की सारी पार्टियां सेना के साथ थी। तब हमने कहा था देश सर्वोपरि है लेकिन कुछ लोग कहते हैं- मोदी पहले, देश बाद में। अब अब ऐसे में हम क्या कर सकते हैं।”
थरूर पर होगी कोई कार्रवाई ?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ कर रहे छपे उस लेख को लेकर जब कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा गया कि क्या पार्टी थरूर पर कोई कार्रवाई की योजना बना रही है ? इस पर खड़गे बोले कि – “लोग अपनी मर्जी से लिखते हैं। हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारा लक्ष्य सिर्फ देश की एकता और सुरक्षा निश्चित करना है। हम देश के लिए लड़ते आए हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे।”
उन्हें और सपोर्ट मिलना चाहिए- थरूर
सोमवार को द हिंदू में पब्लिश एक आर्टिकल में थरूर ने लिखा था कि मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और लोगों से जुड़ने की इच्छा वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक ताकत बनकर उभरी है। पीएम मोदी को और ज्यादा सपोर्ट मिलना चाहिए।
थरूर की पोस्ट को कांग्रेस नेतृत्व के प्रति असंतोष और संभावित ‘बगावत’ के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इससे एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं —
क्या कांग्रेस में फूट गहराई है? या फिर शशि थरूर पार्टी छोड़ सकते हैं?