भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान विराट कोहली फिलहाल लंदन में समय बिता रहे हैं। जहां पर हाल फिलहाल मेें वह अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ एक विबंलडन मैच के दौरान देखे गए थे। इसके अलावा इसी बीच लंदन में पूर्व क्रिकेट युवराज सिंह के चैरिटी इवेंट में भी उन्हें देखा गया है। इस इवेंट के कई वीडियों सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं जिसमें वह अपने टेस्ट रिटायरमेंट पर भी बात करते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये फैसला उन्होंने सोच-समझकर लिया है और अब उनके पास थोड़ा समय है जिसे वो परिवार के साथ बिता रहे हैं।
कोहली ने कहा, “मैंने दो दिन पहले अपनी दाढ़ी डाई की थी। जब आप हर चार दिन में दाढ़ी रंगने लगते हैं, तो समझ जाना चाहिए कि अब वक्त आ गया है।” यह बात उन्होंने हंसते हुए युवराज सिंह के एक चैरिटी इवेंट में कही, जब मंच से किसी ने कहा कि उन्हें मैदान पर मिस किया जा रहा है।
शास्त्री के योगदान पर बोले विराट
इस इवेंट में विराट के साथ साथ कई पुराने और वर्तमान के युवा खिलाड़ी भी मौजूद थे। कोहली ने इस मौके पर पूर्व कोच रवि शास्त्री पर भी बात की। उन्होंने कहा कि “अगर मैं रवि भाई के साथ काम नहीं कर रहा होता, तो टेस्ट क्रिकेट में जो कुछ भी हुआ वो नहीं हो पाता। हमारे बीच टीम को लेकर, खेल को लेकर, रणनीति को लेकर जो स्पष्टता थी, वो बहुत ज़रूरी थी। उन्होंने हमेशा मुझे सपोर्ट किया, प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने खड़े होकर मेरी ढाल बने। अगर वो ना होते, तो चीजें बहुत अलग होतीं। मैं हमेशा उनके लिए सम्मान और प्यार रखूंगा।
विंबलडन में अनुष्का के साथ नजर आए विराट
कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा हाल ही में विंबलडन में भी दिखाई दिए। विराट ने बताया, “ स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2015 में हमने पहली बार सेंटर कोर्ट का एक्सपीरियंस लिया था। हम हमेशा से दोबारा आना चाहते थे, लेकिन किसी ना किसी वजह से मुमकिन नहीं हो पाया। अब थोड़ा समय है, इसीलिए आ सके।” विराट कोहली नोवाक जोकोविच का मुकाबला देखने पहुंचे थे और जोकोविच की जीत के बाद इंस्टाग्राम शेयर कर इस खिलाड़ी की प्रंशसा की थी, जिस पर जोकोविच ने भी उत्तर देेते हुए कोहली को धन्यवाद दिया था।
टेस्ट करियर में विराट का योगदान
विराट कोहली ने अपने 14 साल के टेस्ट करियर में 123 मैच खेले और 9230 रन बनाए। उनका औसत 46.85 रहा। इस रिकॉर्ड के साथ वो भारत के चौथे सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर हैं। कोहली की टेस्ट करियर की उपलब्धि उनकी कप्तानी के दौरान टीम का प्रदर्शन था। जिस बेबाकी से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेला, वह भारतीय क्रिकेट में इस खिलाड़ी एक अलग और अमिट छाप छोड़ता है।