वर्ल्ड नंबर-1 यानिक सिनर ने रविवार को ऑल इंग्लैंड क्लब में स्पेन के कार्लोस अल्काराज को हराकर पहला विंबलडन खिताब जीत लिया है। पहले सेट में पिछड़ने के बावजूद सिनर ने शानदार वापसी की और चार सेटों तक चले मुकाबले में 4-6, 6-4, 6-4, 6-4 से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही 23 वर्षीय इतालवी खिलाड़ी ने अपने करियर का चौथा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता, जिसमें दो ऑस्ट्रेलियन ओपन (2023, 2025) और एक यूएस ओपन (2023) शामिल हैं।
दोनों खिलाड़ियों के बीच यह लगातार दूसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल था। इससे पहले 8 जून को फ्रेंच ओपन फाइनल में अल्काराज ने सिनर को पांच सेटों के रोमांचक मुकाबले में हराया था। इस बार सिनर ने न सिर्फ उस हार का बदला लिया, बल्कि इतिहास भी रच दिया। इस साल यह सिनर का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। जनवरी में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव को सीधे सेटों में हराया था।
वापसी कर अल्काराज की तोड़ी लय
विंबलडन फाइनल में सिनर की जीत से अल्काराज के विजयी रथ पर रोक लग गई। 22 वर्षीय स्पेनिश स्टार अल्काराज ने इससे पहले सिनर के खिलाफ लगातार पांच मुकाबले जीते थे, जिसमें साढ़े पांच घंटे तक चले फ्रेंच ओपन 2025 का फाइनल भी शामिल था। उस मुकाबले में सिनर दो सेट से आगे थे और उनके पास तीन मैच पॉइंट भी थे, लेकिन अल्कराज ने जबरदस्त वापसी कर मुकाबला अपने नाम कर लिया था। अल्काराज इस मुकाबले में लगातार 24 जीत के साथ उतरे थे और उन्होंने ऑल इंग्लैंड क्लब में लगातार 20 मैच जीते थे, जिनमें 2023 और 2024 के फाइनल में नोवाक जोकोविच पर मिली विजय भी शामिल थीं। इसके अलावा, यह पहला मौका था जब अल्काराज किसी ग्रैंड स्लैम फाइनल में हारे हो। इस मैच से पहले उन्होंने पांच ग्रैंड-स्लैम फाइनल खेले थे और सभी जीते थे।
जानें इनामी राशि
विजेता यानिक सिनर को इस खिताबी जीत के लिए £3,000,000 (लगभग $4.05 मिलियन USD) की पुरस्कार राशि मिली, जो 2024 की राशि £2.7 मिलियन से 11% अधिक है। वहीं उप-विजेता कार्लोस अल्काराज को £1,520,000 (लगभग $2.05 मिलियन USD) की पुरस्कार राशि मिली, जो 2024 की राशि £1.4 मिलियन से 8% अधिक है।
जन्निक सिनर अब चार ग्रैंड स्लैम खिताबों के साथ आधुनिक टेनिस में एक मजबूत और स्थायी स्तंभ बनकर उभर रहे हैं। कहा जाए तो टेनिस बिग थ्री ( रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल) के दौर से आगे बढ़ चुका है। फिलहाल अभी भी जोकोविच टिके हुए हैं लेकिन विंबलडन सेमीफाइनल हार में उन्होंने स्वीकारा कि उम्र उनमें अब भारी पड़ रही है और इसी के साथ टेनिस अब अल्काराज और सिनर युग में प्रवेश कर चुकी है।