प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को माले पहुंचने पर मालदीव सरकार द्वारा भव्य स्वागत दिया गया। राजधानी के रिपब्लिक स्क्वायर में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। इस अवसर पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री की यह यात्रा दो दिवसीय है, जिसमें वह द्विपक्षीय वार्ताओं के साथ-साथ मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भी भाग लेंगे।
पीएम मोदी के स्वागत में स्थानीय स्कूली बच्चों ने पारंपरिक सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया। उन्होंने बच्चों से मुलाकात की और उनके द्वारा बनाए गए चित्रों पर हस्ताक्षर भी किए।
इससे पहले, प्रधानमंत्री के आगमन पर राष्ट्रपति मुइज्जू स्वयं माले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी के लिए पहुंचे। यह मालदीव की ओर से एक विशेष सम्मान के रूप में देखा गया। इस दौरान देश के विदेश, रक्षा, वित्त और आंतरिक सुरक्षा मंत्री भी उपस्थित थे।
पीएम मोदी ने इस गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे राष्ट्रपति मुइज्जू की आत्मीयता से “गहराई से प्रभावित” हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत-मालदीव संबंध भविष्य में और सुदृढ़ होंगे।
“माले पहुंचा हूं। राष्ट्रपति मुइज्जू द्वारा एयरपोर्ट आकर स्वयं मेरा स्वागत करना एक अत्यंत भावुक क्षण था। यह उनके सद्भाव और मित्रता का प्रतीक है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में भारत-मालदीव संबंध नई ऊंचाइयों को छुएंगे और हमारी साझेदारी और मजबूत होगी।”
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई, जिसमें आपसी सहयोग और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई।
इसके बाद प्रधानमंत्री कुरुंबा विलेज रिज़ॉर्ट पहुंचे, जहां स्थानीय बच्चों ने एक बार फिर पारंपरिक नृत्य के माध्यम से उनका स्वागत किया। भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की और ‘वंदे मातरम्’ के नारों के साथ उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। यह उनकी मालदीव की तीसरी आधिकारिक यात्रा है और राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यभार ग्रहण करने के बाद किसी भी राष्ट्र प्रमुख की पहली यात्रा है।
भारतीय मूल के लोगों से मिले पीएम मोदी
माले पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय मूल के लोगों से भी मिलें। उन्होंने इन लोगों को भारत और मालदीव के बीच साझेदारी का एक अहम हिस्सा बताया।