फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में अभिनेता-गायक दिलजीत दोसांझ के समर्थन में एक फेसबुक पोस्ट साझा किया था, जिसे उन्होंने कुछ घंटों बाद डिलीट कर दिया। पोस्ट हटाने के बाद उन्होंने एक क्रिप्टिक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने जर्मन वैज्ञानिक और दार्शनिक जॉर्ज क्रिस्टोफ लिच्टनबर्ग का उद्धरण साझा किया – “It is almost impossible to carry the torch of truth through a crowd without singeing somebody’s beard.” यानी “सच की मशाल को भीड़ के बीच ले जाना लगभग असंभव है, बिना किसी की दाढ़ी जलाए।”
जानें क्या लिखा था फेसबुक में
दिलजीत दोसांझ की फिल्म सरदार जी 3 इन दिनों विवादों में घिरी हुई है। फिल्म 27 जून को ओवरसीज़ में रिलीज़ हुई, लेकिन पाकिस्तान की एक्ट्रेस हानिया आमिर की फिल्म में मौजूदगी को लेकर यह विवादों में आ गई। ट्रेलर रिलीज़ (22 जून) के बाद से ही सोशल मीडिया पर दिलजीत को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में 30 जून को नसीरुद्दीन शाह ने एक फेसबुक पोस्ट में दिलजीत के प्रति अपना समर्थन जताया था।शाह ने लिखा था, “मैं दिलजीत के साथ मजबूती से खड़ा हूं।” उन्होंने आगे कहा, “फिल्म में कास्टिंग की ज़िम्मेदारी दिलजीत की नहीं थी, वह निर्देशक की थी। लेकिन कोई नहीं जानता कि निर्देशक कौन है, जबकि दिलजीत दुनियाभर में पहचाने जाते हैं। उन्होंने फिल्म इसलिए स्वीकार काम किया ,क्योंकि उनके मन में कुछ गलत नहीं था।”
‘गो टू पाकिस्तान? गो टू कैलासा!’
अपनी पोस्ट में नसीरुद्दीन शाह ने कट्टरपंथी विरोध करने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “ये गुंडे यही चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के लोगों के बीच व्यक्तिगत संपर्क खत्म हो जाए। मेरे पाकिस्तान में नज़दीकी रिश्तेदार और कुछ प्यारे दोस्त हैं, और कोई मुझे उन्हें मिलने से या उन्हें प्यार भेजने से नहीं रोक सकता। और जो मुझसे कहेगा ‘गो टू पाकिस्तान’, मेरा जवाब होगा ‘गो टू कैलासा’।” इस पोस्ट पर शाह को यूजर्स ने खूब खरी खोटी सुनाई।
हालांकि यह पोस्ट कुछ ही घंटों बाद फेसबुक से डिलीट कर दी गई। पोस्ट हटाने के बाद नसीरुद्दीन शाह ने एक उद्धरण साझा कर अपने विचारों को प्रतीकात्मक रूप से दोहराया। उनके इस कदम को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
विवाद की जड़ क्या है?
सरदार जी 3 की रिलीज़ के बाद से ही सोशल मीडिया पर फिल्म का विरोध हो रहा है। जिसका कारण है फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर की मौजूदगी। विवाद को उस वक्त और हवा मिली जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन को फिर से सख्ती से लागू करने की बात कही और फिर इसी के तहत मई में फवाद खान की फिल्म अबीर गुलाल की रिलीज़ भी रोकी गई थी।दिलजीत दोसांझ सन्नी देओल की आने वाली फिल्म बॉर्डर 2 का भी हिस्सा थे, जिस पर असंतोष जताते हुए FWICE ने फिल्म के निर्माताओं को पत्र लिखकर दिलजीत को फिल्म से बाहर करने का अनुरोध किया है।
फ्रस्ट्रेट हैं शाह- अशोक पंडित
समाचार एजेंसी एएनआई से बात हुए फिल्ममेकर अशोक पंडित ने कहा- मैं एक्टर के बयान से बिल्कुल शॉक्ड नहीं हूं। वह हमें गुंडा कह रहे हैं। इंडस्ट्री के एक सीनियर एक्टर इस प्रकार की भाषा कर रहे हैं जो दिखा रहा है कि वह कितना फ्रस्ट्रेट हैं। हमारे लिए देश पहले हैं।