एजबेस्टन में खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने 269 पारी खेलते हुए कई नए कीर्तिमान कायम किए। गिल की मैराथन पारी की बदौलत भारत ने पहली पारी 587 रनों के मजूबत स्कोर पर खत्म की। जवाब में बल्लेबाजी करने आई इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। 25 के स्कोर पर मेजबान ने अपने दोनों ओपनर सहित तीन विकेट खो दिए थे। जिसके बाद बल्लेबाजी करने आए हैरी ब्रूक और जो रूट ने पारी संभालते हुए आगे कोई विकेट नहीं गिरने दिया और दिन का खेल इंग्लैंड के 77 रनों पर खत्म हुआ। इससे पहले दिन की शुरुआत गिल और जडेजा ने अपनी साझेदारी आगे बढ़ाते हुए की। जडेजा 89 के निजी स्कोर पर जॉस टंग का शिकार हुए। इसके बाद आए वाशिंगटन सुंदर ने गिल के साथ पारी आगे बढ़ाई और दोनों बल्लेबाजों ने सातवें विकेट के लिए 144 रन जोड़े।
सचिन, गावस्कर, द्रविड़ से निकले आगे
दूसरा दिन भारतीय कप्तान शुभमन गिल के नाम रहा। उन्होंने 269 रनों की एक बड़ी यादगार और शानदार पारी खेली। उन्होंने इस दौरान कई रिकॉर्ड तोड़ते हुए नए कीर्तिमान भी कायम किए।
एक नजर रिकॉर्ड्स पर–
गिल इंग्लैंड की जमीं पर एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर के नाम था, जो पिछले तकरीबन 46 सालों से कायम था। गावस्कर ने 1979 की सीरीज में ओवल में हुए मैच की चौथी पारी में टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की एक महानतम पारी खेली थी। उन्होंने तब 221 रन बनाए थे। हालांकि, तब 438 रनों का पीछा कर रही टीम इंडिया 10 रनों से मुकाबला हार गई थी।
इतनी हीं नहीं गिल की इस पारी ने कई दिग्गजों जैसे राहुल द्रविड़ के 217 ( ओवल 2002), सचिन तेंडुलकर 193 ( हेडिंग्ले 2002) और रवि शास्त्री 187 ( ओवल 1990) को भी पीछे छोड़ दिया है।
गिल की यह पारी किसी भारतीय की विदेशी पिच पर तीसरी सबसे पारी है। इस लिस्ट में वीरेन्द्र सहवाग शीर्ष पर हैं, उन्होंने 2004 के पाकिस्तान दौरे पर मुल्तान टेस्ट में 309 रनों की पारी खेली थी। वहीं, दूसरी सबसे पारी राहुल द्रविड़ के नाम हैं जिन्होंने इसी दौरे पर रावलपिंडी टेस्ट में 270 रन बनाए थे।
ग्रीम स्मिथ और जहीर अब्बास के बाद वह एजबेस्टन मैदान पर डबल सेंंचुरी लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इसके अलावा, वीरेन्द्र सहवाग, सचिन तेंडुलकर, क्रिस गेल और रोहित शर्मा के बाद वह पांचवे खिलाड़ी हैं, जिनके नाम अब टेस्ट और वनडे दोनों में डबल सेंचुरी दर्ज हो चुकी है।